प्रशिक्षु/अध्यापक एक पाठ पढ़ाने के लिए उसे कई छोटी इकाईयों में बांट लेता है और एक इकाई की विषय-वस्तु को एक कालांश में पढ़ाता है। इस विषय वस्तु को पढ़ाने के लिए एक विस्तृत रूप रेखा तैयार करनी पड़ती है, जिसे पाठ योजना कहा जाता है।
"पाठ योजना में शिक्षक अपनी विशेष सामग्री और छात्रों के बारे में जो कुछ भी जानता है उन बातों का प्रयोग सूव्यवस्थित ढंग से करता है।" -सिम्पसन
"दैनिक पाठ योजना के निर्माण में उद्देश्य को परिभाषित करना पाठ्यवस्तु का चयन करना, उसे क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित करना और प्रस्तुतीकरण की विधियों की तथा प्रक्रिया का निर्धारण करना है।" -विनिंग और विनिंग
"कक्षा में जाने से पूर्व शिक्षक को पूरी तैयारी करनी चाहिए। क्योंकि प्रगति के लिए कोई बात इतनी बाधक नहीं है। जितनी की शिक्षक की अपूर्ण तैयारी।" - डेविस
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